1 शिक्षा - समाज का हर आदमी अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता है लेक...


1 शिक्षा - समाज का हर आदमी अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता है लेकिन आर्थिक मज़बूरी ओर सरकारी स्कूलों में उचित शिक्षा न मिलने की वजह से अपने बच्चो को स्कूल नही भेजते है अगर समाज का पढ़ा लिखा तबका चाहे तो कोई भी बच्चा अनपढ़ नही रह सकता है ये काम बिना संस्था बनाये नही हो सकते है सबसे पहले तो सरकार के नियम 6 सांल से 14 सांल तक के बच्चों को फ्री शिक्षा का उपयोग किया जाये, उसके बाद अल्पसंख्यक के शिक्षा अधिकार नियम को लागू कराया जाय अगर उसके बाद भी कवर नही होता है तो कुछ ऐसे लोगो की लिस्ट बनाई जाए जो 1 आर्थिक सहयोग 2 बच्चो को पढ़ाने के लिए वक्त का सहयोग दे सके इस तरह हम हर गांव व शहर से ड्राप आउट बच्चो को शिक्षा से जोड़ सकते है और पहले से शिक्षा ले रहे है उनको मॉडर्न शिक्षा से जोड़ सकते है ये काम किसी एक के बसकी नही है हम सब मिलकर ही कर सकते है ओर आप खुद भी अपना स्कूल, कॉलेज,इंस्टीट्यूट खोल सकते है 2 हेल्थकेयर - अगर मेवात जैसे पिछड़े इलाकों की बात की जाय तो 70 ./. बच्चे बूढ़े जवान कुपोषण के शिकार है व अधिकतर महिलाओं की मौत पीरियड्स के दौरान निकलने वाले रक्त की कमी व बच्चा होने पर कमजोरी की वजह से होती है जिसका मुख्यकारण खान पान की कमी व समय पर चिकित्सक हेल्प नही मिलना इस समस्या का समाधान में सस्ते प्राइमरी हेल्थकेयर खोलकर व लोगो को जागरुक कर क्या जा सकता है ऑर खुद का बिजनेस भी सुरु क्या जा सकता है जिससे नीम हकीमो की छुट्टी हो जायेगी 3 कानूनी सलाहकार - समाज को जो सबसे बड़ी आर्थिक कमजोरी का कारण बन रही है वो समय पर सही कानूनी जानकारी का नही मिलना है वकील अपने पैसे बनाने के चक्कर मे पीड़ित को इंसाफ दिलाने की बजाय उल्टे उलझा देते है ओर पीड़ित बदले की भावना रखकर अपना समय व पैसा बर्बाद करता है अगर लोगो को समय पर सही जानकारी मीले समस्याओं का समाधान वही पर हो सकता है केस फाइल करने के बाद बर्बादी शुरू जो जाती है अधिकारी मन चाहे जैसे अवैध पैसे वसूलते है भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है इसकी रोकथाम के लिए जगह जगह कानूनी साहयकता केंद्र खोलने होंगे और सरकार के दुवारा मिलने वाली कानूनी साहयकता को गरीब लोगों तक पहुँचाया जा सकता है आप खुद का बिजनेस बनाकर भी समस्याओं का समाधान कर सकते हो जो कम पैसे में सही सलाह दे सके 4 दहेज प्रथा - समाज को सबसे बडा आर्थिक नुकसान पहुचाने वाला सिस्टम दहेज प्रथा है जिसकी वजह से न अच्छा खा सकते हो न पहन सकते हो अदालतों के सबसे ज्यादा चक्कर भी दहेज की वजह से ही लगते है कुपोषित समाज दहेज प्रथा की देन है दहेज प्रथा के निबटारे के लिए सस्ते मैरिज बयूरो /मैरिज होम खोल कर भी समाधान क्या जा सकता है जहाँ न के बराबर पैसो में शादी हो जायेगी ये आप खुद का बिजनेस भी बना सकते है नॉट - ह्यूमन राइट्स जस्टिस एसोसिएशन ये सभी काम फ्री/कम खर्चे पर अपने एजेंडे पर शुरू करेगी अभी सही वक्त व सही लोगो का सहयोग नही मिल पा रहा है जैसे ही हमे सही समय व माहौल मिला तो हर जिले ब्लॉक में " मानवाधिकार केंद्र " नाम से ये स्कीम लागू की जायेगी जिसमे "शिक्षा, लीगल,हेल्थकेयर,मैरिज बयूरो " मुख्य होंगी इंशाल्लाह इसको शुरू करने का टार्गेट हमारा 2020 का है

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